Wednesday, February 25, 2015

Religios Quotes in Hindi!!

दूसरे धर्मो की निंदा करना गलत है। सच्चा व्यक्ति वह है जो दूसरे धर्मो की भी हर उस बात का सम्मान करता है जो सम्मान के लायक है। ~~ सम्राट अशोक हम भारतीय सभी धर्मों के प्रति केवल सहिष्णुता में ही विश्वास नहीं करते , वरन सभी धर्मों को सच्चा मानकर स्वीकार भी करते हैं | ~ स्वामी विवेकानंद जो उपकार करे, उसका प्रत्युपकार करना चाहिए, यही सनातन धर्म है | ~ वाल्मीकि प्रलोभन और भय का मार्ग बच्चों के लिए उपयोगी हो सकता है| लेकिन सच्चे धार्मिक व्यक्ति के दृष्टिकोण में कभी लाभ हानि वाली संकीर्णता नहीं होती| ~ आचार्य तुलसी मनुष्य की धार्मिक वृत्ति ही उसकी सुरक्षा करती है| ~ आचार्य तुलसी धार्मिक व्यक्ति दुःख को सुख में बदलना जानता है| ~ आचार्य तुलसी धार्मिक वृत्ति बनाये रखने वाला व्यक्ति कभी दुखी नहीं हो सकता और धार्मिक वृत्ति को खोने वाला कभी सुखी नहीं हो सकता| ~ आचार्य तुलसी अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है | ~ महात्मा गांधी अभागा वह है, जो संसार के सबसे पवित्र धर्म कृतज्ञता को भूल जाती है | ~ जयशंकर प्रसाद

Friday, February 20, 2015

Quotes In Hindi..!!

1) “ईश्वर चित्र में नहीं चरित्र में
बसता है अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ.”
2) “अज्ञानी के लिए किताबें और अंधे के
लिए दर्पण एक सामान उपयोगी है .”
3) “किसी भी व्यक्ति को बहुत
ईमानदार (सीधा साधा )
नहीं होना चाहिए — सीधे वृक्ष और
व्यक्ति पहले काटे जाते हैं.”
4) “व्यक्ति अपने आचरण से महान
होता है जन्म से नहीं ”
5) “भय को नजदीक न आने दो अगर यह
नजदीक आये इस पर
हमला करदो यानी भय से भागो मत
इसका सामना करो .”

Wednesday, February 18, 2015

खामोशियाँ !!

खामोशियाँ आवाज़ है, तुम सुनने तो आओ कभी
छु कर तुम्हे, खिल जाएंगी, घर इनको बुलाओ कभी
बेक़रार है, बात करने को, कहने दे इनको ज़रा
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ
क्या उस गली में, कभी तेरा आना जाना हुआ
जहाँ से ज़माने को, गुजरे ज़माना हुआ
मेरा समय तो, वहीँ पे है ठहरा हुआ
बताऊँ तुम्हे क्या, मेरे साथ क्या क्या हुआ
खामोशियाँ, इक साज़ है, तुम धुन कोई गाओ ज़रा
खामोशियाँ, अलफ़ाज़ है, कभी अ गुनगुना ले ज़रा
बेक़रार है, बात करने को, कहने दे इनको ज़रा
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ
नदियां का पानी भी खामोश बहता यहाँ
खिली चांदनी में, छिपी लाख खामोशियाँ
बारिश की बूंदों की होती कहाँ है जुबां
सुलगते दिलों में हिअ खामोश उठता धुंआ
खामोशियाँ, आकाश है, तुम उड़ने तोह आओ ज़रा
खामोशियाँ, एहसास है, तुम्हे महसूस होती है क्या
बेक़रार है, बात करने को, कहने दे इनको ज़रा
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशिया

Tuesday, February 17, 2015

वोह जमाना कुछ और था..!!

वोह जमाना कुछ और था.. तेरा मेरा रिश्ता पुराना कुछ और था.. होमेवोर्क के बहाने , तुजसे मिलने का बहाना कुछ और था. रिसेस में पराठो का चुपके से खिलाना वोह मासूम याराना कुछ और था.. प्यार में दोस्ती. दोस्ती में प्यार.. लब्जो का वोह तराना कुछ और था.. एक अरसे बाद निकला था तेरी गली से जो रोशन हुआ करती थी तेरी हसी से कदम बस ठहर से गये साँसे दो पल को जैसे थम सी गयी फिर दिल को ये गुमान आया वोह किस्सा पुराना कुछ और था तेरा मेरा रिश्ता पुराना कुछ और था वोह जमाना कुछ और था..वोह जमाना कुछ और था.